सहज
मां बनना सहज नहीं होता,
सहज नहीं होता उसका त्याग,
सहज नहीं होता चाहतों का बलिदान,
सहज नहीं होती उसकी अग्नि परीक्षा,
उम्र बीत जाती है, संघर्ष खत्म नहीं होता,
सांसे दम तोड़ देती है, चिताय नहीं जाती,
बच्चे की परवाह कभी खत्म नहीं होती,
एक मां ही है ऐसी जो सहज नहीं होती।
पानी गिरे शील पे तो, वह भी कट जाता है,
उम्र भर पिसकर भी मां नहीं...
सहज नहीं होता उसका त्याग,
सहज नहीं होता चाहतों का बलिदान,
सहज नहीं होती उसकी अग्नि परीक्षा,
उम्र बीत जाती है, संघर्ष खत्म नहीं होता,
सांसे दम तोड़ देती है, चिताय नहीं जाती,
बच्चे की परवाह कभी खत्म नहीं होती,
एक मां ही है ऐसी जो सहज नहीं होती।
पानी गिरे शील पे तो, वह भी कट जाता है,
उम्र भर पिसकर भी मां नहीं...