शिकवा
शिकवा करें तुमसे,
या करें मोहोब्बत में गिला?
तमाम उम्र कर ना सकी,
जो तुम इश्क़ में वफ़ा, कोई सिला!
अब फकत मरने को दिल चाहता है,
आराम नहीं मिलता,अब...
या करें मोहोब्बत में गिला?
तमाम उम्र कर ना सकी,
जो तुम इश्क़ में वफ़ा, कोई सिला!
अब फकत मरने को दिल चाहता है,
आराम नहीं मिलता,अब...