लक्ष्मण रेखा
कृष्ण समझ तुझको मैं
राधा सी हर्षाई थी
तेरे स्पर्श के प्रेम राग से
खुदको छोड़ ना पाई थी
खुदको छोड़ ना पाई थी
श्याम समझ तुझको मैं
मीरा सी जोगन कहलाई थी
लक्ष्मण रेखा एक खिची थी
फिर भी उसे पार कर आई थी
फिर भी उसे पार कर आई थी
राम समझ तुझको मैं
शबरी सी भूल...
राधा सी हर्षाई थी
तेरे स्पर्श के प्रेम राग से
खुदको छोड़ ना पाई थी
खुदको छोड़ ना पाई थी
श्याम समझ तुझको मैं
मीरा सी जोगन कहलाई थी
लक्ष्मण रेखा एक खिची थी
फिर भी उसे पार कर आई थी
फिर भी उसे पार कर आई थी
राम समझ तुझको मैं
शबरी सी भूल...