गहरे भाव- पुस्तकों के अर्थ तक पहुँचा देते हैं।
जिन लोगों के भाव बड़े गहरे हो जाते हैं, जिन लोगों में सोचने - समझने की दृष्टि (अंतर्दृष्टि) , चीजों को देखने की दृष्टि गहरी हो जाती है, हो सकता है उनके पास न के बराबर पुस्तकें हो, लेकिन...