इजहारे महोब्बत
तेरी इजाज़त हो अगर हाले दिल ब्या करूँ
तुमसे महोब्बत है बेशुमार मुझे
आज तुमसे इजहारे महोब्बत करूँ
तुम्हारा साथ मुझे भरी दोपहरी की छांव सी लगती है
तेरे होने भर का अहसास मुझे
मिलों दूर होते हुये भी गले से लगाये हो लगता हैं
मेरे दिल के हर धड़कन में बसे हो तुम
हम रूह से चाह कर आये है...
तुमसे महोब्बत है बेशुमार मुझे
आज तुमसे इजहारे महोब्बत करूँ
तुम्हारा साथ मुझे भरी दोपहरी की छांव सी लगती है
तेरे होने भर का अहसास मुझे
मिलों दूर होते हुये भी गले से लगाये हो लगता हैं
मेरे दिल के हर धड़कन में बसे हो तुम
हम रूह से चाह कर आये है...