...

3 views

कैसे हो तुम जानते हो खुद को
तुमने कभी निहारा है खुद को
खुद से ही सवाल किये हैं
अपनी कौन सी बात अच्छी लगी
कौन सी कमी सबको दिखती है तुम्हारी
क्या मन को सुंदर करना चाहोगे
सबसे अलग दिखना चाहोगे
कि तुम्हारी आंखें बोलें
और सब तुम्हें सुनना चाहें
तो रात में अच्छी नींद लेना
सिर्फ अपनी अच्छाई बुराई देखना
बुराई को खत्म करने का संकल्प लेना
अच्छाई स्वयं ऊपर आने लगेगी
नियम से काम करना शुरू करो
अपने काम खुद करो
दूसरे का हाथ बटाओ
मुस्करा कर सारे काम करो
सबसे हंस कर मिलो आगे बढ़ो
कभी फ़ी मत रहो
ज्यादा बात मत करो
मन को मत सुनो
मौन का मजा लो
सबको तुम पसंद तुम्हारा स्वभाव हो
सुंदर होना बेकार है यदि स्वभाव अच्छा ना हो
स्वभाव स्वयं सुंदरता बढा देता है
मान बढा देता है
सबका प्रिय बना देता है

© mast.fakir chal akela