Khushi 2
आज नहीं तो कल
कल नहीं तो कभी और
तुम्हारे लिए सबर मे, ख़ुशी
बीत चुकी है मेरी दिन हज़ार
तुम्हे पाने के लिए, ख़ुशी
किया है मैंने नदियाँ पार
तुम्हे पाने...
कल नहीं तो कभी और
तुम्हारे लिए सबर मे, ख़ुशी
बीत चुकी है मेरी दिन हज़ार
तुम्हे पाने के लिए, ख़ुशी
किया है मैंने नदियाँ पार
तुम्हे पाने...