"हर मिसरा तेरा हो चला"
यादों ने तेरी मुझसे यूँ लिपटी,
निगाहों को तेरा दीदार हो चला।
इंतजार किया हर राह तेरी
स्पर्श तेरा मेरा हमराह हो चला।
खामोशियां भी गुनगुनाती...
निगाहों को तेरा दीदार हो चला।
इंतजार किया हर राह तेरी
स्पर्श तेरा मेरा हमराह हो चला।
खामोशियां भी गुनगुनाती...