एहसासों में
राह मेरी कोई तुम्हारी
ओर नहीं ,
हमारी बंधी कोई
दरमियां डोर नहीं...!!
बस कुछ
गुनगुने एहसास हैं कुछ मेरे
कुछ तुम्हारे पास हैं,
सोचें तो दूर बेहद सोचें तो
एक दूजे के साथ...
ओर नहीं ,
हमारी बंधी कोई
दरमियां डोर नहीं...!!
बस कुछ
गुनगुने एहसास हैं कुछ मेरे
कुछ तुम्हारे पास हैं,
सोचें तो दूर बेहद सोचें तो
एक दूजे के साथ...