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श्याम... 🤍
वो अगर कल्पना भी है ,
तो कितनी सुन्दर वो कल्पना है।।
सम्पूर्ण ब्रह्माण बसा उसमें ,
श्रष्टि की अलौकिक वो रचना है।।
श्यामल वर्ण , सुंदर चितवन ;
मस्तिक पर मयूर विराजमान है।।
प्रकृति करती श्रंगार उसका ;
स्वयं सुंदरता करती वखान है।।
© श्वेता श्रीवास
तो कितनी सुन्दर वो कल्पना है।।
सम्पूर्ण ब्रह्माण बसा उसमें ,
श्रष्टि की अलौकिक वो रचना है।।
श्यामल वर्ण , सुंदर चितवन ;
मस्तिक पर मयूर विराजमान है।।
प्रकृति करती श्रंगार उसका ;
स्वयं सुंदरता करती वखान है।।
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