एक आवाज़ बुलाती है मुझे...
अक्सर सन्नाटे से
एक आवाज़ बुलाती है मुझे
हूँ मैं कुछ गुमसुम सी आज
कौन है जो आज बिठायेगा
बुला कर अपनी पास मुझे..!
जो वक़्त , ना है तेरा
वो वक़्त भी कहाँ है मेरा
उदासी में ,...
एक आवाज़ बुलाती है मुझे
हूँ मैं कुछ गुमसुम सी आज
कौन है जो आज बिठायेगा
बुला कर अपनी पास मुझे..!
जो वक़्त , ना है तेरा
वो वक़्त भी कहाँ है मेरा
उदासी में ,...