कयामत
कयामत से पहले कयामत के बाद
उम्मीदें मुसाफिर मंजिलों के पास
मुकम्मल जहां हो मिल जाने के बाद
कल हो जाने दो फिर करूंगा याद
ढूंढती निगाहें हजार...
उम्मीदें मुसाफिर मंजिलों के पास
मुकम्मल जहां हो मिल जाने के बाद
कल हो जाने दो फिर करूंगा याद
ढूंढती निगाहें हजार...