ये क्या हो गया,,जानी 🙄...
ये क्या हो गया ""जानी ",,,
मैं खुद को नहीं पहचान पा रहा हूं
खुद खोया खुद मैं ही समाप्त हो रहा हूं
मैं क्या था क्या बनता जा रहा हूं
जीने चाह में हर रोज मर रहा हूं
अपनी इच्छाओं को खुद में समेट रहा हूं
खुद से खुद ही उनको खत्म कर रहा हूं
मैं ऐसी बेढ़ंगे सी ज़िंदगी जी रहा हूं
अब बस मरने की वजह बना रहा हूं
मरना समस्या का समाधान नहीं मान,रहा हूं ...
मैं खुद को नहीं पहचान पा रहा हूं
खुद खोया खुद मैं ही समाप्त हो रहा हूं
मैं क्या था क्या बनता जा रहा हूं
जीने चाह में हर रोज मर रहा हूं
अपनी इच्छाओं को खुद में समेट रहा हूं
खुद से खुद ही उनको खत्म कर रहा हूं
मैं ऐसी बेढ़ंगे सी ज़िंदगी जी रहा हूं
अब बस मरने की वजह बना रहा हूं
मरना समस्या का समाधान नहीं मान,रहा हूं ...