सुन लो,सुन लो नौजवानों
सुन लो,सुन लो नौजवानों
ओ भारत माँ की संतानों
आओ मिलकर करते हैं
उन्हें सलाम....
अपनी खुशियों का
जिसने किया लहूलुहान..
देश की खातिर जिसने
ख़ुद को किया कुर्बान..
माँ के लाडले,
पत्नी के प्यारे
बच्चों की खुशियां..
छिन गई सबकी दुनिया..
कितने ज़ख्म होंगे उनके
कितने होंगे...
ओ भारत माँ की संतानों
आओ मिलकर करते हैं
उन्हें सलाम....
अपनी खुशियों का
जिसने किया लहूलुहान..
देश की खातिर जिसने
ख़ुद को किया कुर्बान..
माँ के लाडले,
पत्नी के प्यारे
बच्चों की खुशियां..
छिन गई सबकी दुनिया..
कितने ज़ख्म होंगे उनके
कितने होंगे...