...

2 views

तुझसे मिलने के बाद.....
यूं तो ज़िंदगी की मसरूफियत इतनी है कि
सांस भी मुश्किल से ले पाती हूँ,
मगर तुझसे मिलने के बाद तेरी यादों में कुछ और डूब जाती हूँ।
ऐसा तो नहीं कि कोई प्यास कभी मुझे महसूस हुई नहीं,
मगर तेरी दूरी की तड़प से भी मैं अंछुई नहीं।
यूं तो हर दिन तुझे चाहते चाहते खुद को निखारा है मैंने,
वादा किया था खु़द से इसलिए अपने वजूद को अपने सवारा है मैंने।
मुझे आगे बढ़ता देख तुझे खु़शी होती है,
ये सोच कर मेरी भी आँखों में नम्मी होती है।
इस बात का कोई अंदाज़ नहीं मुझे,
कभी इस जनम में मिलन होगा भी या नहीं,
बंद आँखों से भी सिर्फ तुझे निहारा है मैंने।
और फिर प्यार पा लेने का नाम तो नहीं है,
ये हर लम्हा दोहराती हूँ,
ना जाने क्यूं तुझसे मिलने के बाद
तुझे पाने को मचल जाती हूँ।

© Haniya kaur