तेरी याद
मन माणिक मन पन्ना होए
जिसमें तेरी याद समोए
मैं बैठी थीं नींद किनारे
तेरे स्वप्न और याद संजोए
मेरे अक्षर धाम पधारो
इसमें गंगा जमुना होए
दो ही रंग बसे हिया में
मन...
जिसमें तेरी याद समोए
मैं बैठी थीं नींद किनारे
तेरे स्वप्न और याद संजोए
मेरे अक्षर धाम पधारो
इसमें गंगा जमुना होए
दो ही रंग बसे हिया में
मन...