शिखस्ता नहीं है वो...
शिखस्ता नहीं है वो,
फख्त कोई बेबसी है उसकी,
मुझे इंतज़ार है उसका,
मैं सुकून जो हूँ उसका
क़ुर्ब कोई नहीं उसके
हैरान नहीं वो फिर भी,
बज़्म-ए-यारा...
फख्त कोई बेबसी है उसकी,
मुझे इंतज़ार है उसका,
मैं सुकून जो हूँ उसका
क़ुर्ब कोई नहीं उसके
हैरान नहीं वो फिर भी,
बज़्म-ए-यारा...