" अभी बाकी है "
कभी डूबे प्रेम में...
नूरी के ,
तो कभी जाते सपनों में...
जूली के ;
पर डूबना प्रेम में...
लैला के ,
अभी बाकी है !
यूँ तो मजनू से...
कभी नहीं कमतर ,
इश्क उनका ;
पर सच्चे प्रेम की खातिर...
महिवाल सा बनना ,
अभी बाकी है !
कभी लगते...
फूलों से ,
तो कभी चुभते...
शूलों से ,
शब्दों को तो समझे ;
पर हर अनकहे...
भावों को उनके समझना ,
अभी बाकी है !
यूँ तो समर्पित...
मात - पिता के ,
चरणो में हरदम ;
पर पुत्र आज्ञाकारी...
श्रवण सा बनना ,
अभी बाकी है !
कभी याराना...
मतलब का ,
तो कभी दोस्ताना...
गफलत का ;
पर मिल पाना दिल...
यारों के दिल से ,
अभी बाकी है !
यूँ तो दोस्ती...
मुन्ना की..
सर्किट से ,
लंगोटिया यार जैसी ;
पर निभाने को यारी...
वीरू से..
जय सा बनना ,
अभी बाकी है !
© Shalini Mathur
नूरी के ,
तो कभी जाते सपनों में...
जूली के ;
पर डूबना प्रेम में...
लैला के ,
अभी बाकी है !
यूँ तो मजनू से...
कभी नहीं कमतर ,
इश्क उनका ;
पर सच्चे प्रेम की खातिर...
महिवाल सा बनना ,
अभी बाकी है !
कभी लगते...
फूलों से ,
तो कभी चुभते...
शूलों से ,
शब्दों को तो समझे ;
पर हर अनकहे...
भावों को उनके समझना ,
अभी बाकी है !
यूँ तो समर्पित...
मात - पिता के ,
चरणो में हरदम ;
पर पुत्र आज्ञाकारी...
श्रवण सा बनना ,
अभी बाकी है !
कभी याराना...
मतलब का ,
तो कभी दोस्ताना...
गफलत का ;
पर मिल पाना दिल...
यारों के दिल से ,
अभी बाकी है !
यूँ तो दोस्ती...
मुन्ना की..
सर्किट से ,
लंगोटिया यार जैसी ;
पर निभाने को यारी...
वीरू से..
जय सा बनना ,
अभी बाकी है !
© Shalini Mathur