बस हौसला न खोना
हालात कैसे भी हो बस हौसला न खोना
जो हो गया किसी से वो आशना न खोना
दिल को लुभाना आता है खूब मेरे दिलबर
लगती बहुत हसीं हो अपनी अदा न खोना
सच्चे कहाँ है मिलते अब दोस्त ज़िन्दगी में
जो डोर बाँधली है तो राब्ता न खोना
होता नहीं है राजी कोई यहाँ किसी से
मुश्किल से राय बनती है हमनवा न खोना
हैं उपनिषद् की वाणी सच ही विजय दिलाये
सत-पथ पे "जीत" चलना ये रास्ता न खोना
जितेन्द्र नाथ श्रीवास्तव "जीत "
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