इत्तिफाक...
अजीब इत्तिफाक है जिंदगी का....
कोई जिंदगी के लिए तरस रहा है तो...
कोई जिंदगी में तरस रहा है...
जिन्हे घुटन होती थी अपने पलो से आज वो एक पल को को तरस रहा है...
दो लफ्जों से जो मुकर...
कोई जिंदगी के लिए तरस रहा है तो...
कोई जिंदगी में तरस रहा है...
जिन्हे घुटन होती थी अपने पलो से आज वो एक पल को को तरस रहा है...
दो लफ्जों से जो मुकर...