ज़रूरी है क्या?
तुम्हे पाने की कीमत शायद खुद को खोना होगा
तुम्हारा साथ पाने के लिए क्या सच मे मुझे तुम्हारी तरह होना होगा
चलो पा भी लूँ तुमको मै खुद को खोकर,,कुछ वक़्त के लिए
तो क्या फिर हमेशा के लिए साथ हमारा होगा
फिर अगर मैने तुमको भी खो दिया तो...
फिर खुद को ढूढ़ना कितना कठीन होगा
जब मुझमे मेरी जगह तुम्हारा अक्स दिख रहा होग
मुझमे से मेरा वजुद ही खत्म हो रहा होगा
कैसे होगी फिर एहमियत मेरी खुद की ही नज़रों मे
खुद को खोकर तुम्हे पाने के बाद
तेरे बाद मुझमे मै कहीं भी नहीं बस तू ही तू होगा!!
तुम्हारा साथ पाने के लिए क्या सच मे मुझे तुम्हारी तरह होना होगा
चलो पा भी लूँ तुमको मै खुद को खोकर,,कुछ वक़्त के लिए
तो क्या फिर हमेशा के लिए साथ हमारा होगा
फिर अगर मैने तुमको भी खो दिया तो...
फिर खुद को ढूढ़ना कितना कठीन होगा
जब मुझमे मेरी जगह तुम्हारा अक्स दिख रहा होग
मुझमे से मेरा वजुद ही खत्म हो रहा होगा
कैसे होगी फिर एहमियत मेरी खुद की ही नज़रों मे
खुद को खोकर तुम्हे पाने के बाद
तेरे बाद मुझमे मै कहीं भी नहीं बस तू ही तू होगा!!