अकेलापन सवाली क्यों है
ख़ाली दिल भारी क्यों है,
अकेलापन सवाली क्यों है।
ख़ुद के साथ तो सिर्फ़ मैं खड़ा हूँ,
फिर भी दुनिया में रिश्तेदारी क्यों है।
मैं आज कामयाबी पर हूँ तो,
सबकी हँसी जाली क्यों है।
अकेलापन सवाली क्यों है,
ख़ाली दिल भारी क्यों है।
© manasakshar
अकेलापन सवाली क्यों है।
ख़ुद के साथ तो सिर्फ़ मैं खड़ा हूँ,
फिर भी दुनिया में रिश्तेदारी क्यों है।
मैं आज कामयाबी पर हूँ तो,
सबकी हँसी जाली क्यों है।
अकेलापन सवाली क्यों है,
ख़ाली दिल भारी क्यों है।
© manasakshar