स्वार्थी मानव
स्वार्थी व्यक्तियों से
भरा पड़ा है ये संसार
लगा हुआ है हर मानव
साधने में अपने ही कार्य
नहीं मिलती है फुर्सत उसे
अपने ही कार्य को सिद्ध करने से
आखिर वह परवाह क्यों करेगा
जिंदगी में दूसरे की आज
बडा़ स्वार्थी है ये
अपना संसार
याद रखता है केवल
उन्हीं बातों को
जिससे सिद्ध होती है
उसके अपने ही कार्य
है बड़ी अदम्य
मनुष्य की इच्छा
है बड़ी कठोर
इनके जीने की इच्छा
© Neha
भरा पड़ा है ये संसार
लगा हुआ है हर मानव
साधने में अपने ही कार्य
नहीं मिलती है फुर्सत उसे
अपने ही कार्य को सिद्ध करने से
आखिर वह परवाह क्यों करेगा
जिंदगी में दूसरे की आज
बडा़ स्वार्थी है ये
अपना संसार
याद रखता है केवल
उन्हीं बातों को
जिससे सिद्ध होती है
उसके अपने ही कार्य
है बड़ी अदम्य
मनुष्य की इच्छा
है बड़ी कठोर
इनके जीने की इच्छा
© Neha