एक किसान की व्यथा
पूरे जगत का पेट पालकर पालनहार बनता है;
नाम उसका किसान कहलाता है।
तपती धूप में हल चलाने से कभी नहीं घबराता है;
लेकिन जीवनभर लगन चुकाता ही रह जाता है।
आंधी तूफानों से भी जूझ कर फसल बोता है;
पर फिर भी फसलों का सही दाम नहीं मिल पाता है।
अपने उज्जवल भविष्य के लिए नई सरकार का इंतजार किया करता है;
लेकिन खुद ही सरकारी सियासतों के चंगुल में फस कर रह जाता है।
छोटे से मकान में...
नाम उसका किसान कहलाता है।
तपती धूप में हल चलाने से कभी नहीं घबराता है;
लेकिन जीवनभर लगन चुकाता ही रह जाता है।
आंधी तूफानों से भी जूझ कर फसल बोता है;
पर फिर भी फसलों का सही दाम नहीं मिल पाता है।
अपने उज्जवल भविष्य के लिए नई सरकार का इंतजार किया करता है;
लेकिन खुद ही सरकारी सियासतों के चंगुल में फस कर रह जाता है।
छोटे से मकान में...