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डरना क्यूं!
बिन मतलब मुस्कुराना क्यूं।
नहीं है पाना तो रिझाना क्यूं।
ख्वाब आती है तो आने दो!
नींद का दिल दुखाना क्यूं।
नाम से भला बदनाम सही!
किया है इश्क तो डरना क्यूं।
अगर कोई रो पड़े तेरी याद में!
उसे अपनी याद दिलाना क्यूं।
जंगल काट के घर बनाया जाए!
फिर वादियों में जश्न मानना क्यूं।
जानवर रहे बेचैन हम रहे चैन!
झूठा प्यार उन से दिखाना क्यूं।
© महज़
नहीं है पाना तो रिझाना क्यूं।
ख्वाब आती है तो आने दो!
नींद का दिल दुखाना क्यूं।
नाम से भला बदनाम सही!
किया है इश्क तो डरना क्यूं।
अगर कोई रो पड़े तेरी याद में!
उसे अपनी याद दिलाना क्यूं।
जंगल काट के घर बनाया जाए!
फिर वादियों में जश्न मानना क्यूं।
जानवर रहे बेचैन हम रहे चैन!
झूठा प्यार उन से दिखाना क्यूं।
© महज़
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