बोहत कुछ लिखा
बोहत कुछ लिखा कागजो मे,
मगर किसीको बताया ना गया ।।
ज़ख्म इस दिल का बहुत पुराना है,
मगर किसीको दिखाया ना...
मगर किसीको बताया ना गया ।।
ज़ख्म इस दिल का बहुत पुराना है,
मगर किसीको दिखाया ना...