बदलते रिश्ते
हालात बदलते है तों हर लोग बदल जाते हैं
अपने होकर भी ना अपने रह जाते हैं
जो कभी हक़ से कहते थे 2 मिनट में पहुचो चाय की दुकान पर
वो भी आज बात करने से कतराते हैं
मैं पागल उसको सब दोस्तों से मिलवाता था
आज मेरे हीं दोस्त उसको सही बताते हैं
उनकी भी गलती नहीं हैं वो है ही ऐसी
जो लोग भी...
अपने होकर भी ना अपने रह जाते हैं
जो कभी हक़ से कहते थे 2 मिनट में पहुचो चाय की दुकान पर
वो भी आज बात करने से कतराते हैं
मैं पागल उसको सब दोस्तों से मिलवाता था
आज मेरे हीं दोस्त उसको सही बताते हैं
उनकी भी गलती नहीं हैं वो है ही ऐसी
जो लोग भी...