कहां आ गए हम
तुम्हें चाहते-चाहते ये कहां आ गए हम !
चारों तरफ़ उदासी से घिर गए हम !!
चाहते थे तुम्हें पूरी शिदत से हम !
फिर ना जाने क्यों जुदा हो गए...
चारों तरफ़ उदासी से घिर गए हम !!
चाहते थे तुम्हें पूरी शिदत से हम !
फिर ना जाने क्यों जुदा हो गए...