अब ये मुमकिन नहीं
खुद को कहाँ से लाऊं
अब ये मुमकिन नहीं!
मैं पहले जैसी हो जाऊं
अब ये मुमकिन नहीं!
टूटते हुए देखा है मैंने
खुद को खुद के ही अंदर
वो दर्द सुनाऊँ...
अब ये मुमकिन नहीं!
मैं पहले जैसी हो जाऊं
अब ये मुमकिन नहीं!
टूटते हुए देखा है मैंने
खुद को खुद के ही अंदर
वो दर्द सुनाऊँ...