ऐ मन क्यों तू इतना उदास है.. 😌😌
ऐ मन क्यों तू इतना उदास है,
क्यों इतना निराश है,
भाग्य मेरा क्यों रूठा है मुझसे,
असफलता क्यों मेरे हिस्से में आती है
और, मेरे उद्यम का उपहास उड़ाती है
कोशिश मुझे गिराने की करती है,
और, मुझे हराने के दांव आजमाती है..
सुन ओ मेरे प्यारे मन,
है गिरा सकती असफलता तुझे, पर
फ़िर उठने...
क्यों इतना निराश है,
भाग्य मेरा क्यों रूठा है मुझसे,
असफलता क्यों मेरे हिस्से में आती है
और, मेरे उद्यम का उपहास उड़ाती है
कोशिश मुझे गिराने की करती है,
और, मुझे हराने के दांव आजमाती है..
सुन ओ मेरे प्यारे मन,
है गिरा सकती असफलता तुझे, पर
फ़िर उठने...