इतना जो मुस्करा रहे हो.. ;
इतना जो मुस्करा रहे हो,
कोई तो दर्द है जो सबसे छिपा रहे हो!
अपने ही आशियानों को,
खुद से ही अंदर ही अंदर जला रहे हो!
ये जो मुस्कराहट के पीछे,
कोई तो खामोशी है जो छिपा रहे हो!
अपने ही हाथों से,
अपनी खुशिया का गला दबा रहे हो!
ये...
कोई तो दर्द है जो सबसे छिपा रहे हो!
अपने ही आशियानों को,
खुद से ही अंदर ही अंदर जला रहे हो!
ये जो मुस्कराहट के पीछे,
कोई तो खामोशी है जो छिपा रहे हो!
अपने ही हाथों से,
अपनी खुशिया का गला दबा रहे हो!
ये...