...

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मां का गुजर जाना
#त्रिभ्यूट_इन_इंक
रात हुई, फिर सपनों की,बरसात दिखाई देती हैं मैं जब भी अकेले रहता हूं मां साथ दिखाई देती है मां तुम कितनी निर्मल हो,मां तुम कितनी शीतल हो मां तुम सा कोई नही यहां मां तुम जैसे गंगा जल हो मां तुम्हारी परिभाषा,कोई भी नहीं,कह सकता है मां तुम सबसे सुंदर हो,तुम बिन कोई,नहीं रह सकता है मां तुम्हारी छाया में मैं,बचपन पूरा खेला हूं मां आज बड़ी जरूरत है,
मैं एकदम से अकेला हूं मां,आई,अम्मा,अम्मी,इनसे तुम्हे जाना जाता है मां ईश्वर से भी बढ़ कर,तुमको माना जाता है मां तुमने कितनी ही नाजों से,हम बच्चों को पाला हैं
मां खुद की चिंता न करके तुमने हमे संभाला है मां लाल तुम्हारा हैं...