मजाक
उसके मुख से निकले शब्दो के बाण
जो कर गए मेरे दिल को छलनी..
अब आए है वो हमारे पास
मोहब्बत का नमकीन मरहम लेकर..
लेकिन अब
मेरी आंखों में बना
मोहब्बत का कच्चा-मकान भीग रहा है
बारिश इतनी तेज है की दोनो पलकों के
दरवाजे को बंद करने पर भी टपक
रहा है वो दर्द, जो उसने दिया
लाख कोशिशों के बाद भी
भीग गया है मेरी मोहब्बत का
कच्चा मकान
और ये सब हुआ
उनकी एक मजाक से
अब अगर
मजाक में भी
कभी फिर से बारिश हुई
तो सब कुछ ढह जायेगा
जो कर गए मेरे दिल को छलनी..
अब आए है वो हमारे पास
मोहब्बत का नमकीन मरहम लेकर..
लेकिन अब
मेरी आंखों में बना
मोहब्बत का कच्चा-मकान भीग रहा है
बारिश इतनी तेज है की दोनो पलकों के
दरवाजे को बंद करने पर भी टपक
रहा है वो दर्द, जो उसने दिया
लाख कोशिशों के बाद भी
भीग गया है मेरी मोहब्बत का
कच्चा मकान
और ये सब हुआ
उनकी एक मजाक से
अब अगर
मजाक में भी
कभी फिर से बारिश हुई
तो सब कुछ ढह जायेगा