अंगिनित सा स्वर।
अंतर मन में अंगिनित सा स्वर
प्रमाण मुझे दे जाती हैं,
कितना अविचल है यह मन
साक्ष्य स्वयं रख जाति हैं,
मैं मिथ्य हूं...
प्रमाण मुझे दे जाती हैं,
कितना अविचल है यह मन
साक्ष्य स्वयं रख जाति हैं,
मैं मिथ्य हूं...