हिंदी दिवस और हिंदी भाषा
#हिंदीदिवस की शुभकामनाएं
स्वज्ञान पर अभिमान सिखाती ना कभी।
मातृभाषा वो हिंदी कहते ये ज्ञानी सभी।।
जिसको न निज भाषा हिंदी का ज्ञान।
मातृ भूमि में विचर रहा मृतक समान।।
अविव्यक्ति का हिंदी ही है सुंदर आधार।
कल्पनाओं को मिले शब्दों में रंग हजार।।
अलंकार से रसों का जब होता...
स्वज्ञान पर अभिमान सिखाती ना कभी।
मातृभाषा वो हिंदी कहते ये ज्ञानी सभी।।
जिसको न निज भाषा हिंदी का ज्ञान।
मातृ भूमि में विचर रहा मृतक समान।।
अविव्यक्ति का हिंदी ही है सुंदर आधार।
कल्पनाओं को मिले शब्दों में रंग हजार।।
अलंकार से रसों का जब होता...