केशव उठो जरा
केशव, उठो जरा, कुरुक्षेत्र हो आयें।
अनुपस्थिति तुम्हारी, युद्ध की ज्वाला ठंडी कर रही है,
अर्जुन दुर्योधन के गले मिलनेको घड़ी भर रही है।द्रोण को कोचिंग सेंटर की याद सता रही है,
धृतराष्ट्र को गांधारी रणक्षेत्र का हाल बता रही है।भीष्म भयाक्रांत...
अनुपस्थिति तुम्हारी, युद्ध की ज्वाला ठंडी कर रही है,
अर्जुन दुर्योधन के गले मिलनेको घड़ी भर रही है।द्रोण को कोचिंग सेंटर की याद सता रही है,
धृतराष्ट्र को गांधारी रणक्षेत्र का हाल बता रही है।भीष्म भयाक्रांत...