अधूरी ख्वाहिश
मुझे भी करनी थी नादानियां वो नए नए प्यार की
मुझे भी समझनी थी वो बेचैनियां इंतजार की
मुझे भी जागनी थी रातें किसी की याद में
मुझे भी मांगनी थी सलामती किसी की फरियाद में
मुझे भी लोगो से छुप छुप के किसी से...
मुझे भी समझनी थी वो बेचैनियां इंतजार की
मुझे भी जागनी थी रातें किसी की याद में
मुझे भी मांगनी थी सलामती किसी की फरियाद में
मुझे भी लोगो से छुप छुप के किसी से...