मोहब्ब्त
करनी है अगर इश्क सच्ची तो वफा करना सीखो।
होती अगर ऊंच-नीच, तो रफ़ा दफा करना सीखो।
ज़माने के नजरों में मोहब्बत अगर खता है सजा है!
तो इस खाता से सज़ा से तुम हुलफ़ा करना...
होती अगर ऊंच-नीच, तो रफ़ा दफा करना सीखो।
ज़माने के नजरों में मोहब्बत अगर खता है सजा है!
तो इस खाता से सज़ा से तुम हुलफ़ा करना...