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मोहब्ब्त
करनी है अगर इश्क सच्ची तो वफा करना सीखो।
होती अगर ऊंच-नीच, तो रफ़ा दफा करना सीखो।

ज़माने के नजरों में मोहब्बत अगर खता है सजा है!
तो इस खाता से सज़ा से तुम हुलफ़ा करना सीखो।
हुलफ़ा: दोस्ती

मगर जान लो दिल लगाने से मोहब्बत नहीं मिलती!
मोहब्बत में दिल को तुम सच्चा सफा करना सीखो।
सफा: पवित्रता

पत्थर न मिले तो तने मिलेंगे मोहब्बत के सफर में!
मोहब्बत के दुश्मनों से तुम भी ज़फा करना सीखो।
ज़फा: सिद्धांत का उल्लंघन
© महज़