शहर
नया शहर मेरा पुराना पहनावा।
नया माहौल मेरी पुरानी संस्कृति।
नये लोग मेरे पुराने दोस्त।
मुझ पर जचता बहुत है जनाब।
मैं ख्यालो में डूबी वह लड़की हूँ जो बड़े शहर में भी अपने गाँव के लिए सपने बुनती है।
मैं सीधी सी वह लड़की हूँ जो अपने शब्दों से तीखे वार करती है।
समझ नहीं पाओगे मैं थोड़ी अजीब हूँ जिस दिन समझ जाओगे बहुत गंभीर पाओगे मुझे।
नया माहौल मेरी पुरानी संस्कृति।
नये लोग मेरे पुराने दोस्त।
मुझ पर जचता बहुत है जनाब।
मैं ख्यालो में डूबी वह लड़की हूँ जो बड़े शहर में भी अपने गाँव के लिए सपने बुनती है।
मैं सीधी सी वह लड़की हूँ जो अपने शब्दों से तीखे वार करती है।
समझ नहीं पाओगे मैं थोड़ी अजीब हूँ जिस दिन समझ जाओगे बहुत गंभीर पाओगे मुझे।