...

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मैं सृजन कर रहा हूं।-
विसर्जन के प्रश्वास मे असीम जीवन खोज रहा हूं।
युक्ति से अमर जीवन खोज रहा हूं।

श्वासो को संख्या के भार से मुक्त कर दुं।
या प्रज्ञा में अमरकोष रख दुं।

किसी ने क्षणो को उनकी उम्र पूछी है?
आज जीवन के पूर्व और मृत्यु के उपरांत में,
शेष-शुन्य आनंद...