...

27 views

हाँ मैंने हवा को देखा है!
#अनमोलप्रियवस्तु
© Nehru_neha

मैंने हवा को देखा है,
खेलते हुए
कभी गेहूं से, कभी देवदार के पत्तों से '
कभी मेरे गालों से, तो कभी मेरे दुपट्टे से,,
हाँ मैंने हवा को देखा है!!

गगन में झूमते, चिडियों को चूमते,
मैंने हवा को देखा है,
कभी कभी जल्दी में, तो कभी सुस्ती से निकलते "
कभी खुशी में पागल ,तो कभी आक्रोश में सबकुछ छीनते देखा है ""हाँ मैंने हवा को देखा है !!""