बेटी के माँ-बाप मजबूर नहीं होते
बेटी भी तो जन्म लेती है उसी तरह ,
जिस तरह है जन्मता बेटा,
फिर क्यों भेद करें ये दुनिया,
क्यों करे बेटा-बेटा,
हर घर में नहीं देता भगवान बेटियाँ,
क्योंकि सबकी औकात नहीं है ,
जो वो पाल सकें बेटियाँ,
जो कर न सकेगा बेटा,
वो कर दिखाती हैं...
जिस तरह है जन्मता बेटा,
फिर क्यों भेद करें ये दुनिया,
क्यों करे बेटा-बेटा,
हर घर में नहीं देता भगवान बेटियाँ,
क्योंकि सबकी औकात नहीं है ,
जो वो पाल सकें बेटियाँ,
जो कर न सकेगा बेटा,
वो कर दिखाती हैं...