पूर्ण समर्पित जड़
तुम क्या अग्नि का आवरण हो?
दुर्धर, क्या अपारगम्य हो?
अथवा सम्यक जागरण हो?
या नव उषा का आगमन हो?
विद्रोह सविनय आमरण हो
जीवन सुधा, शुभ संचयन हो
तत्पुरुष, आर्द्र चितवन हो
या...
दुर्धर, क्या अपारगम्य हो?
अथवा सम्यक जागरण हो?
या नव उषा का आगमन हो?
विद्रोह सविनय आमरण हो
जीवन सुधा, शुभ संचयन हो
तत्पुरुष, आर्द्र चितवन हो
या...