वजह
वजह देकर मुझे मुस्कुराने की
अब सज़ा दे रहा है...…....
है उसे मुझ से मुहब्बत या वो
मुझे बस दगा दे रहा है
कितना करू मैं इंतजार उसका
ये वक्त भी मेरे सब्र का इंतहा
ले रहा है ..…........
साथ रहकर उसके ....l
भूल गई थी मै अपनी तन्हाइयो
को , दो पल साथ देकर फिर मुझे
वो तन्हा कर रहा है ...
वजह देकर मुझे मुस्कुराने की
अब वो सज़ा दे रहा है।
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अब सज़ा दे रहा है...…....
है उसे मुझ से मुहब्बत या वो
मुझे बस दगा दे रहा है
कितना करू मैं इंतजार उसका
ये वक्त भी मेरे सब्र का इंतहा
ले रहा है ..…........
साथ रहकर उसके ....l
भूल गई थी मै अपनी तन्हाइयो
को , दो पल साथ देकर फिर मुझे
वो तन्हा कर रहा है ...
वजह देकर मुझे मुस्कुराने की
अब वो सज़ा दे रहा है।
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