...

5 views

....उन्मुक्त जीवन
*.....उन्मुक्त जीवन......

जिवन के हर पडाव पार करता हूं
महफिल यारों की सजाता हूँ
मैं आसमान को छूने की कोशिश करता हु..

मैं अल्फाजो को समझता हूँ
मैं कलम से जवाब देता हूं
घायल दिल का हाल,
कविता मे बया...