आज़ादी
पता हैं मैं क्या चाहती हूं वैसे तो इंसान होने के कारण बहुत कुछ चाहती हूं मगर एक विषय हैं उस विषय पर क्या चाहती हूं वो बताना चाहती हूं और आप लोगो से क्या अपेक्षा हैं वो मैने शब्दों को जोड़कर कुछ लिखा हैं तो आप जन जाएंगे ......तो सुनिए मैं क्या चाहती हूं सिर्फ़ सुनिए मत समझिएगा.......।।
पता हैं मैं क्या चाहती हूं
मैं आज़ादी चाहती हूं
आज़ादी किस बात की .
कि मैं भी प्रेम कर सकू
मैं भी खुलकर बता सकू की.....
मैं भी किसी से प्रेम करती हूं , मेरा भी प्रेमी हैं
लड़की होने के कारण
इस बात की...
पता हैं मैं क्या चाहती हूं
मैं आज़ादी चाहती हूं
आज़ादी किस बात की .
कि मैं भी प्रेम कर सकू
मैं भी खुलकर बता सकू की.....
मैं भी किसी से प्रेम करती हूं , मेरा भी प्रेमी हैं
लड़की होने के कारण
इस बात की...