जनहित की जड़ की बात - 15
अन्न भरे भण्डार है ,
भूख प्यास अपार है ?
सबकी बनी है सरकारें ,
हाल यही हर बार है !!
भूखे देश एक सौ सात है,
चौरानवे नंबर हमार है !
अक्ल की कमी नहीं,
नीयत ही बेकार है !!
किसान कर्ज दार है,
मेहनत बेशुमार है !
कम दामी बाजार है,
खुदकशी का द्वार है !!
...
भूख प्यास अपार है ?
सबकी बनी है सरकारें ,
हाल यही हर बार है !!
भूखे देश एक सौ सात है,
चौरानवे नंबर हमार है !
अक्ल की कमी नहीं,
नीयत ही बेकार है !!
किसान कर्ज दार है,
मेहनत बेशुमार है !
कम दामी बाजार है,
खुदकशी का द्वार है !!
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