संवारती तो थी
संवारती तो थी पहले भी मैं खुद को
पर अब ज़रा निहारती भी हूं
तुझसे मिल कर असर कुछ यूं भी हुआ है
की खफा रहती थी पहले खुद से
अब ज़रा खुद को दुलारती भी हूं
संवारती...
पर अब ज़रा निहारती भी हूं
तुझसे मिल कर असर कुछ यूं भी हुआ है
की खफा रहती थी पहले खुद से
अब ज़रा खुद को दुलारती भी हूं
संवारती...