उम्र की दीवार
लाख कोशिशें कर लो,
मुझसे ना छिपा पाओगे।
बेटी हूँ मैं आपकी....
अपना दर्द किसे बताओगे??
हँसकर अपना दुख छिपाते,
आँख दिखाकर मुझे डराते,
कुछ पूछूँ तो बात घुमाते...
अपनी तकलीफें-
आप कभी नहीं जताते।
मेरी कलम आज शरमाई,
जब आप पर लिखने की बारी आई।
कैसे कुछ लिख पाऊँगी मैं??
अब तक एक शब्द भी ना ढूंढ पाई ।...
मुझसे ना छिपा पाओगे।
बेटी हूँ मैं आपकी....
अपना दर्द किसे बताओगे??
हँसकर अपना दुख छिपाते,
आँख दिखाकर मुझे डराते,
कुछ पूछूँ तो बात घुमाते...
अपनी तकलीफें-
आप कभी नहीं जताते।
मेरी कलम आज शरमाई,
जब आप पर लिखने की बारी आई।
कैसे कुछ लिख पाऊँगी मैं??
अब तक एक शब्द भी ना ढूंढ पाई ।...