वो पल भर का मिलना
वो पल भर का मिलना
और पल भर की बातें
वो तुम्हें देखकर फूलों सा खिल जाना
वो तुम्हें देखकर सपनों में खो जाना
न जाने कैसा खुमार था
तुम आयी नहीं मुझसे मिलने
फिर क्यों तेरा इंतज़ार था
कभी सोचा है तुम्हारे जाने के बाद
मेरा क्या...
और पल भर की बातें
वो तुम्हें देखकर फूलों सा खिल जाना
वो तुम्हें देखकर सपनों में खो जाना
न जाने कैसा खुमार था
तुम आयी नहीं मुझसे मिलने
फिर क्यों तेरा इंतज़ार था
कभी सोचा है तुम्हारे जाने के बाद
मेरा क्या...