वो पल भर का मिलना
वो पल भर का मिलना
और पल भर की बातें
वो तुम्हें देखकर फूलों सा खिल जाना
वो तुम्हें देखकर सपनों में खो जाना
न जाने कैसा खुमार था
तुम आयी नहीं मुझसे मिलने
फिर क्यों तेरा इंतज़ार था
कभी सोचा है तुम्हारे जाने के बाद
मेरा क्या होगा
तुम्हारी किताबों में मेरा दिया हुआ गुलाब तो होगा
हमने अपने नसीब से जो पाना था पा लिया
जिंदगी के किसी मोड़ पर मेरा इंतज़ार तो
होगा
पल भर में हम दोनों सदियों के जिंदगी जी लेगे
फिज़ा बनकर तुम्हारे सुरख होठों को छु लेगें
तेरी खुशीयों के लिए
रब से दुआ करेंगे
थोड़ी बहुत कहानी लिखने से क्या होगा
तेरे नाम हम पूरी जिंदगी लिखेंगे
© All Rights Reserved
और पल भर की बातें
वो तुम्हें देखकर फूलों सा खिल जाना
वो तुम्हें देखकर सपनों में खो जाना
न जाने कैसा खुमार था
तुम आयी नहीं मुझसे मिलने
फिर क्यों तेरा इंतज़ार था
कभी सोचा है तुम्हारे जाने के बाद
मेरा क्या होगा
तुम्हारी किताबों में मेरा दिया हुआ गुलाब तो होगा
हमने अपने नसीब से जो पाना था पा लिया
जिंदगी के किसी मोड़ पर मेरा इंतज़ार तो
होगा
पल भर में हम दोनों सदियों के जिंदगी जी लेगे
फिज़ा बनकर तुम्हारे सुरख होठों को छु लेगें
तेरी खुशीयों के लिए
रब से दुआ करेंगे
थोड़ी बहुत कहानी लिखने से क्या होगा
तेरे नाम हम पूरी जिंदगी लिखेंगे
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